मुम्बई,
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देश विदेश के पर्यटकों व तीर्थ यात्रियों को आश्वस्त किया है कि उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित है। सरकार द्वारा पर्यटकों व तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए पूरी व्यवस्था की गई है। यह बात मुख्यमंत्री श्री रावत ने मुंबई में पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए कही। इससे पहले मुख्यमंत्री श्री रावत ने गोरेगांव स्पोटर्स एण्ड एक्जीबिशन सेंटर पहुंचकर प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मेले प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को प्रोत्साहित करने का काम करते है। इसके बाद मुख्यमंत्री श्री रावत ने वाशी में उत्तराखण्ड भवन के लिए आवंटित भूमि का निरीक्षण भी किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने पर्यटन व राज्य समपत्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि उत्तराखण्ड भवन का निर्माण शीघ्र किया जाय। इसमें पर्वतीय हस्तशिल्प कला को विशेष ध्यान रखा जाय।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हम सुंदर एवं सुरक्षित उत्तराखण्ड में देश-दुनिया से आने वाले सभी पर्यटकों व तीर्थ यात्रियों का स्वागत करते है। वर्ष 2013 जैसी आपदा से भविष्य में कैसे निपटा जाय, इसके लिए सरकार तैयार है। भगवान बद्री विशाल के कपाट 26 अप्रैल 2015 को खुल रहे है। यात्रियों की सुविधा के लिए राज्य सरकार द्वारा पूरे प्रबंध कर लिये गये है। केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए सरकार द्वारा विशेष प्रबंध किये जा रहे है। यात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो इसका पूरा ध्यान रखा जायेगा। 1500 यात्रियों के लिए पक्के आवास एवं 1000 के लिए टेंट की व्यवस्था की गई है। सरकार का प्रयास है कि केदारानाथ में इस बार पहले से बेहतर सुविधाएं हो। बेहतर ट्रेकिंग रूट बनाया गया है। यात्रियों की सुविधा के लिए हैली सर्विस व हैलीपैड, घाट का निर्माण किया गया है। गुप्तकाशी से केदारनाथ तक के लिए हैलीकाप्टर यात्रा करने वाले 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग के लिए 25 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा। जिसे राज्य सरकार वहन करेगी। इसके साथ ही बद्रीकेदार मंदिर समिति लंगर भी लगायेंगी।
सरकार होटल व्यवसाय को भी प्रोत्साहित करेगी, इसके लिए एक साल तक टैक्स में छूट दी जायेगी। ताकि सस्ती आवासीय सुविधा मिल सके। सुरक्षा के दृष्टिकोण से एस.डी.आर.एफ. के जवान यात्रा मार्ग पर यात्रियों के साथ रहेंगे। पूरे यात्रा मार्ग पर मेडिकल टीम साथ रहेगी। यात्रियों का बायोमीट्रिक रजिस्ट्रेशन किया जायेगा। जगह-जगह पर टावर स्थापित किये गये हैं, जिससे कनैक्टीविटी में समस्या न हो। यात्री कही से भी अपने परिजन से बात कर सकेंगे, इसके लिए पीसीओ भी स्थापित किये जा रहे है। सरकार अपनी तरफ से पूरी तरह से तैयार है, केदारनाथ में विषम परिस्थितियों के बावजूद भी पुनर्निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसमें नेहरू माउंटनियरिंग संस्थान का कार्य सराहनीय है। हमारी प्रतिबद्धता है कि यात्रा शुरू होने से पहले केदारनाथ को यात्रियों के लिए तैयार किया जाय। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वर्ष2015 में देश-विदेश से आने वाले यात्री विगत वर्षों के सभी रिकार्ड को तोडेंगे। सरकार ने हेमकुंड यात्रा का सफल संचालन किया है। पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार प्रदेश में हिमालयन दर्शन योजना को शीघ्र ही शुरू करने वाली है। जागेश्वर व मदमहेश्वर धाम को विकसित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मैं वर्ष 2014 में प्रदेश की यात्रा पर आये यात्रियों की बदली मनोदशा की प्रंशसा करना चाहता हूं। उनकी उपस्थिति सरकार की उपलब्धी के रूप में है। केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य जारी है। रामबाड़ा से लिंचोली तक सडक मार्ग का विकास किया जा रहा है, भीमबली से केदारनाथ का नया रास्ता बनाया गया है तथा पुल का निर्माण किया जा रहा है। केदारनाथ के विकास के लिए 3 साल का कार्यक्रम बना है, पहले चरण में 1600 करोड़ रुपये व्यय होना है। लगभग 7000 करोड़ रुपये का व्यय संभावित है। केन्द्र सरकार से भी मदद की अपील की गयी है। राज्य सरकार द्वारा मेरे बुजुर्ग मेरे तीर्थ योजना शुरू की गई है। जिसके माध्यम से प्रदेश के बुजुर्गों को निःशुल्क चारधाम यात्रा कराई जा रही है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के विकास की ठोस कार्ययोजना बनायी गई है तथा उसके आधार पर कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे पुनः देश-दुनिया के पर्यटकों व तीर्थ यात्रियों का आह्वान करते है कि उत्तराखण्ड आये। उत्तराखण्ड आप सबके लिए सुगम एवं सुरक्षित है। देवभूमि आप सबके स्वागत के लिये तैयार है।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, बदरीकेदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष गणेश गोदियाल, सचिव पर्यटन डाॅ. उमाकांत पंवार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।