चंडीगढ़ | पंजाब के स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की धूम देखने को मिली। पंजाब में कांग्रेस ने मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी, शिरोमणि अकाली दल और भाजपा का सफाया करते हुए राज्य के सभी सात निगमों पर कब्जा कर लिया। कांग्रेस ने सात में से छह निगमों में जीत हासिल की, जबकि एक निगम में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। नगर परिषदों के चुनाव में भी कांग्रेस ने जोरदार जीत हासिल की।
कांग्रेस ने प्रदेश के बठिंडा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, बटाला और पठानकोट नगर निगम में जीत हासिल की है। सातवें नगर निगम के चुनाव का परिणाम जल्द आने की संभावना है। राज्य में सात निगमों और 109 नगर परिषदों के लिए गत 14 फरवरी को हुए चुनाव में कुल 9,222 उम्मीदवार मैदान में थे। कांग्रेस ने अबोहर, बठिंडा, कपूरथला, होशियारपुर, पठानकोट, मोगा और बाटला नगर निगम पर जीत हासिल की है। पंजाब राज्य चुनाव आयोग ने मंगलवार को एसएएस नगर निगम के दो मतदान केंद्रों पर मतदान के दौरान अनियमितताओं की रिपोर्ट मिलने के बाद 17 फरवरी को पुनर्मतदान कराने के आदेश दिए। ये पटियाला जिले में पटरान और समाना की नगरपालिका परिषदों के तीन मतदान केंद्रों से अलग है, जहां 14 फरवरी को ईवीएम खराब होने की खबरों के बाद मंगलवार को मतदान हुआ था। आयोग ने इन बूथों में पहले हुए मतदान को समाप्त करने की घोषणा की। इन दोनों बूथों पर 17 फरवरी को सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान करने का आदेश दिया। एसएएस नगर के पूरे नगर निगम के लिए मतगणना 18 फरवरी को होगी। कुछ स्थानों पर झड़पों की घटनाओं के बीच रविवार को पंजाब में सौ से अधिक नागरिक निकायों के चुनावों में 70 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ था।
विधायक-मंत्री के परिवार वाले हारे:
तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भाई मोहाली जिले के खार नगरपालिका परिषद के वार्ड नंबर 24 से चुनाव हार गए। मोगा कांग्रेस के विधायक की पत्नी हरजोत कमल मोगा नगर निगम के वार्ड नंबर 1 से 151 वोटों से हार गई हैं। होशियारपुर में भाजपा के पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद की पत्नी चुनाव हार गई हैं। होशियारपुर भाजपा के केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश का निवार्चन क्षेत्र है।
कपूरथला में कांग्रेस के 45 पार्षद:
कपूरथला नगर निगम चुनाव में कांग्रेस ने 45 वार्ड जीतकर इतिहास रचा दिया। यहां कुल 50 वार्ड हैं जिनमें से कांग्रेस 45, शिअद ने तीन, निर्दलीय ने दो सीटें जीतीं। बरनाला में भी भाजपा का खाता नहीं खुला। यहां कुल वार्ड 31 हैं। शिरोमणि अकाली दल ने मजीठा नगर परिषद में 13 में से 10 वार्ड जीते हैं, कांग्रेस ने दो और एक निर्दलीय उम्मीदवार ने शेष सीट जीती है।
जालंधर में निर्दलीय दूसरे नंबर पर:
जालंधर जिले के 110 वार्ड में कुल 416 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। जिले में कांग्रेस के कुल 65 उम्मीदवरों में से 47 ने जीत दर्ज की है जबकि दूसरे नंबर पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने 59 सीटें जीतीं हैं। किसान आंदोलन में किसानों को भरपूर सहयोग देने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी को जालंधर में एक भी सीट नहीं मिली है। जबकि अकाली दल और भाजपा को एक-एक और बसपा को दो सीटें हासिल हुई हैं। PLC.