आई एन वी सी न्यूज़
नई दिल्ली,
भारत की सबसे बड़ कार्मिक समाधान कम्पनी टीमलीज सर्विसेज ने आज यह घोषणा की कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय के साथ एक रणनीतिगत गठबन्धन करने जा रही है, इस गठबन्धन के तहत टीमलीज सर्विसेज दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी पसिर में संचालित सभी अण्डर ग्रेजुएट कॉलेजेज में बीएफएसआई (बैंकिंग, फाइनेंसियल सर्विसेज तथा इंश्योरेंस) उद्योग आधारित कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करेगी। इन पाठ्यक्रमों के अन्तर्गत बिजनेस कॉरपोंडेण्ट, इक्विटी डीलर और म्युच्युअल फण्ड एजेंट के पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे।
नियोक्ताओं की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक पाठ्यक्रम बहु आदर्श प्रशिक्षण सोच के साथ होगा जिसमें सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनो का सामंजस्य रखा गया है। वर्तमान में यह पाठ्यक्रम आईपी कॉलेज ऑफ वुमेन, मिरांडा हाउस और डॉ. जाकिर हुसैन कॉलेज में संचालित किए जा रहे हैं।
इन कार्यक्रमों पर टिप्पणी करते हुए टीमलीज सर्विसेज की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सुश्री नीति शर्मा ने कहा ‘‘ बैंकिंग और फायनेंशियल सेवांए इस क्षेत्र की तेजी से बढ़ती मांग है। वर्ष 2017 तक केवल इसी क्षेत्र में ही कुल रोजगार 33 प्रतिशत बीएफएसआई उद्योग में ही आवश्यकता होगी। हमें पूरा विश्वास है कि इस प्रकार के गठबन्धनों से न केवल योग्य छात्रों को अवसर मिलेंगे अपितु उन्हें लाभकारी रोजगार मिल सकेगा साथ ही उद्योग को भी नियुक्ति के लिए कुशल प्रतिभाएं प्राप्त हो सकेंगी।
अण्डर ग्रेजुएट्स विद्यार्थियों के लिए बिजनेस कॉरसपोडेंट, इक्विटी डीलर, म्युच्युअल फण्ड एजेंट प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम के लिए गठबन्धन
दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर में 500 विद्यार्थियों को किया जाएगा प्रशिक्षित
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के अनुसार वर्ष 2017 तक बीएफएसआई उद्योग में ही अनुमानित 2,45,000 रोजगार के अवसर निकलेंगे, यह क्षेत्र अभी बेरोजगारी से त्रस्त है। इस क्षेत्र में कार्यरत कार्यबल का 74 प्रतिशत अपर्याप्त कुशल कामगार है इस कार्यक्रम के माध्यम से इस अन्तर को समाप्त किया जा सकेगा।
इस भागीदारी का उद्देश्य छात्रों को व्यवस्थित प्रशिक्षण और योग्यता प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा ताकि वे अपनी रोजगार क्षमता में सुधार कर सकें। पेश किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों को एनएसडीसी ने सेक्टर स्किल कौंसिल के माध्यम से तैयार किया है ताकि उद्योग के लिए वांछित आवश्यकता को पूरा किया जा सके।