आई एन एन वी न्यूज़
जबलपुर ,
मध्यप्रदेश के बिजली सेक्टर के लिए दो अच्छी खबर यह है कि जहां सरप्लस बिजली के युक्तियुक्तकरण की दिशा में सफलता मिली है, वहीं 765 केवी वर्धा-निजाम पारेषण लाइन के क्रियाशील होने से प्रदेश की बिजली का दक्षिण भारत में जाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड ने सरप्लस बिजली के युक्तियुक्तकरण की दिशा में सार्थक प्रयास करते हुए तमिलनाडु को अप्रैल माह में 200 मेगावाट का विक्रय प्रारंभ कर दिया है। इसके साथ ही साथ 15 अप्रैल से उत्तरप्रदेश को भी 200 मेगावाट बिजली सप्लाई करने के आदेश प्राप्त होने की संभावना है।
रबी सीजन में पांच प्रतिशत प्रीमियम से बिजली वापस मिलेगी-एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक श्री संजय कुमार शुक्ल ने जानकारी दी कि आगामी रबी सीजन की बिजली की मांग को देखते हुए अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ को लगभग 250 मेगावाट एवं महाराष्ट्र को 15 मेगावाट पावर बैंकिंग के अंतर्गत बिजली प्रदाय की जा रही है। दोनों राज्यों को प्रदाय की जा रही बिजली, मध्यप्रदेश को नवम्बर 2017 में पांच प्रतिशत प्रीमियम के साथ वापस प्राप्त होगी।
एसईजेड को अब 45 मेगावाट बिजली की सप्लाई-श्री शुक्ल ने जानकारी दी कि वर्ष 2015 से लांग टर्म पीपीए (दीर्घावधि विद्युत क्रय अनुबंध) के अंतर्गत मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम, इंदौर (एसईजेड) को 40 मेगावाट बिजली आपूर्ति सतत् की जा रही थी, जिसे 1 अप्रैल 2017 से 5 मेगावाट बढ़ोत्तरी करते हुए अब 45 मेगावाट विद्युत विक्रय प्रारंभ कर दिया है।