दिल्ली,
एचसीजी पिंकैथन का आयोजन आज देश की राजधानी दिल्ली में किया गया। एचसीजी पिंकैथन 10 किमी की भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय महिला दौड़ (इंटरनेशनल वीमेंस रन) है। इसका आयोजन ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) के प्रति जागरूकता का प्रसार करने और महिलाओं में स्वास्थ्य एवं फिटनेस को बढ़ावा देने के लिये किया गया। इस दौड़ में विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत 2,500 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया और इनमें कॉर्पोरेट जगत, कॉलेजों व सामाजिक क्लबों से ताल्लुक रखने वाली महिलायें एवं नर्सिंग तथा डॉक्टर पेशे से जुड़ी महिलाओं शामिल थीं। इसका आयोजन मैक्सिमस इवेंट्स एवं कैंसर केयर में विशेषज्ञ हेल्थकेयर ग्लोबल एन्टरप्राइज लिमिटेड द्वारा किया गया। बॉलीवुड अभिनेत्री सुश्री गुल पनाग ने इस दौड़ को हरी झंडी दिखाई। इस आयोजन से जुटाई गई धनराशि का इस्तेमाल आर्थिक रूप से पिछड़े कैंसर मरीजों के उपचार में किया जायेगा। 10 किमी श्रेणी में शुभा भार्गव, 5 किमी श्रेणी में गरिमा टकयाल और 3 किमी श्रेणी में दीपिका जोशी विजेता रहीं। जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री/आइसीएमआर अध्ययन के अनुसार दिल्ली में 1,00,00 महिलाओं में 32.3 स्तन कैंसर से पीड़ित हैं/प्रतिवर्ष नये मामले सामने आते हैं और वर्ष 2015 तक देश भर में 1,06,214 लोग स्तन कैंसर से पीड़ित होंगे/नये मामले सामने आयेंगे। मिलिंद सोमन, मैराथन धावक और संस्थापक, पिंकैथन ने कहा, ‘‘मैं यह देखकर बहुत खुश हूं कि काफी संख्या में महिलायें इस कल्याण कार्य में समर्थन के लिये आगे आईं। जागरूकता बेहद महत्वपूर्ण है और इस तरह के आयोजन स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने, रोग की जल्दी पहचान करने एवं इसका उपचार करने में मदद करते हैं।‘‘ श्री दिनेश माधवन, निदेशक, एचसीजी ने कहा, ‘‘कैंसर के विरूद्ध संघर्ष में एचसीजी अग्रणी रहा है। वर्तमान में जागरूकता बढ़ने से अधिकतर कैंसर मामलोें की पहचान शुरूआती अवस्था में ही कर ली जाती है। ‘एचसीजी पिंकैथन‘ के आयोजन का उद्देश्य महिलाओं को इस तथ्य के प्रति शिक्षित करना है कि वे वर्तमान में अपनी जीवनशैली में वैसे बदलाव कर सकती है, जिसके कारण स्तन कैंसर के विकसित होने के खतरे को कम किया जा सकता है।‘‘ हरिंदर श्रॉव, पूर्व में स्तन कैंसर से पीड़ित, ने कहा, ‘‘आपको यदि रोग के कारण का पता चल जाये, तो आप निश्चित रूप से जीवनशैली में जरूरी परिवर्तन करेंगे। मुझे स्तन कैंसर हुआ था। हालांकि, शुरूआती अवस्था में ही इसका पता चल गया, क्योंकि मैं लक्षणों के प्रति जागरूक थी और सही समय पर विशेषज्ञों से मिली।‘‘
एचसीजी पिंकैथन का आयोजन आज देश की राजधानी दिल्ली में किया गया। एचसीजी पिंकैथन 10 किमी की भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय महिला दौड़ (इंटरनेशनल वीमेंस रन) है। इसका आयोजन ब्रेस्ट कैंसर (स्तन कैंसर) के प्रति जागरूकता का प्रसार करने और महिलाओं में स्वास्थ्य एवं फिटनेस को बढ़ावा देने के लिये किया गया। इस दौड़ में विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत 2,500 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया और इनमें कॉर्पोरेट जगत, कॉलेजों व सामाजिक क्लबों से ताल्लुक रखने वाली महिलायें एवं नर्सिंग तथा डॉक्टर पेशे से जुड़ी महिलाओं शामिल थीं। इसका आयोजन मैक्सिमस इवेंट्स एवं कैंसर केयर में विशेषज्ञ हेल्थकेयर ग्लोबल एन्टरप्राइज लिमिटेड द्वारा किया गया। बॉलीवुड अभिनेत्री सुश्री गुल पनाग ने इस दौड़ को हरी झंडी दिखाई। इस आयोजन से जुटाई गई धनराशि का इस्तेमाल आर्थिक रूप से पिछड़े कैंसर मरीजों के उपचार में किया जायेगा। 10 किमी श्रेणी में शुभा भार्गव, 5 किमी श्रेणी में गरिमा टकयाल और 3 किमी श्रेणी में दीपिका जोशी विजेता रहीं। जनसंख्या आधारित कैंसर रजिस्ट्री/आइसीएमआर अध्ययन के अनुसार दिल्ली में 1,00,00 महिलाओं में 32.3 स्तन कैंसर से पीड़ित हैं/प्रतिवर्ष नये मामले सामने आते हैं और वर्ष 2015 तक देश भर में 1,06,214 लोग स्तन कैंसर से पीड़ित होंगे/नये मामले सामने आयेंगे। मिलिंद सोमन, मैराथन धावक और संस्थापक, पिंकैथन ने कहा, ‘‘मैं यह देखकर बहुत खुश हूं कि काफी संख्या में महिलायें इस कल्याण कार्य में समर्थन के लिये आगे आईं। जागरूकता बेहद महत्वपूर्ण है और इस तरह के आयोजन स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने, रोग की जल्दी पहचान करने एवं इसका उपचार करने में मदद करते हैं।‘‘ श्री दिनेश माधवन, निदेशक, एचसीजी ने कहा, ‘‘कैंसर के विरूद्ध संघर्ष में एचसीजी अग्रणी रहा है। वर्तमान में जागरूकता बढ़ने से अधिकतर कैंसर मामलोें की पहचान शुरूआती अवस्था में ही कर ली जाती है। ‘एचसीजी पिंकैथन‘ के आयोजन का उद्देश्य महिलाओं को इस तथ्य के प्रति शिक्षित करना है कि वे वर्तमान में अपनी जीवनशैली में वैसे बदलाव कर सकती है, जिसके कारण स्तन कैंसर के विकसित होने के खतरे को कम किया जा सकता है।‘‘ हरिंदर श्रॉव, पूर्व में स्तन कैंसर से पीड़ित, ने कहा, ‘‘आपको यदि रोग के कारण का पता चल जाये, तो आप निश्चित रूप से जीवनशैली में जरूरी परिवर्तन करेंगे। मुझे स्तन कैंसर हुआ था। हालांकि, शुरूआती अवस्था में ही इसका पता चल गया, क्योंकि मैं लक्षणों के प्रति जागरूक थी और सही समय पर विशेषज्ञों से मिली।‘‘
परिणाम:
- 10- किमी दौड़
- शुभा भार्गव (विजेता)
- शैलजा (पहली उप-विजेता)
- कैंडिका (दूसरी उप-विजेता), ऑस्ट्रेलिया
5- किमी दौड़
- गरिमा टकयाल
- करिश्मा शर्मा (पहली उप-विजेता)
- वसुधा खोसला (दूसरी उप-विजेता)
3- किमी दौड़
- दीपिका जोशी (विजेता)
- पारूल चौधरी (पहली उप-विजेता)
- कटिनी (दूसरी उप-विजेता)