ब्यूरो
नई दिल्ली. केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री एस.जयपाल रेड्डी ने देश में उदेश्यपूर्ण और मूल्य आधारित पत्रकारिता की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने मीडिया उद्योग से स्वयं मूल्याँकन तंत्र को तैयार करने की भी अपील की ताकि खबरों की रिपोर्टिग में तथ्यों के बदलाव और सनसनीखेज समकालीन रूझानों को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने आगाह किया कि इस तरह के प्रयासों से विश्वनीयता की समाप्ति और पाठन की रूचि एवं लोगों के दृष्टिकोण में बदलाव हो सकता है।
इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के द स्कूल ऑफ जर्नलिजम एंड न्यू मीडिया स्टडीज (एसओजेएनएमएस)के स्नातकोत्तर पाठयक्रम के पहले दो सत्रों का शुभारंभ करते हुए जयपाल रेड्डी ने ये विचार व्यक्त किये। श्री रेड्डी ने कहा कि मीडियाकर्मी को तकनीकी रूप से ही सक्षम होने के साथ-साथ बौध्दिक रूप से भी प्रतिस्पर्धा के अनुरूप होना होगा।
इग्नू में एसओजेएनएमएस के द्वारा जनसंचार में पत्रकारिता और इलैक्ट्रोनिक मीडिया निर्माण एवं प्रबंधन पाठयक्रमों में पूर्णकालिक स्नातकोत्तर की शुरूआत पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए मंत्री महोदय ने इस पाठयक्रम के छात्रों से पत्रकारिता को नये आयामों तक पहुँचाने के लिए कठिन परिश्रम करने की अपील की।
इस अवसर पर डा. वॉरेन मेल्लर ने यूनेस्को द्वारा तैयार आदर्श पत्रकारिता पाठयक्रम को अपनाने पर इगनू के प्रति संतोष व्यक्त किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता इग्नू के कुलपति प्रो. राजशेखरन पिल्लई ने की। इस अवसर पर यूनेस्को में भारत के प्रतिनिधि, निदेशक डॉ वॉरेन मैल्लर, ऑउटलुक के प्रधान संपादक विनोद मेहता और एडिटर्ड ऑफ गिल्ड ऑफ इंडिया के महासचिव के.एस.सचिदानंद मूर्ति सम्मानित अतिथि थे।