अब राशन कार्ड में मुखिया बनेगी महिलाए

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imagesआई एन वी सी,
भोपाल,
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महिला सशक्तिकरण के लिये अब शौर्या दलों का गठन प्रदेश के हर गाँव और शहर के हर वार्ड में किया जायेगा। नये बनने वाले राशन कार्डों में परिवार के मुखिया के नाम की जगह परिवार की महिला का नाम होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहाँ मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित शौर्या दलों के राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन में महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह और उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में शौर्या दलों के गठन के संबंध में मध्यप्रदेश शासन और यू.एन. वूमन के बीच एम.ओ.यू. किया गया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिये महिलाओं को आर्थिक, राजनैतिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना होगा। मध्यप्रदेश में इस दिशा में प्रभावी पहल की गयी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला स्व-सहायता समूहों को मजबूत बनायें। बेटा और बेटी में भेदभाव की भावना को बदलने के लिये मिलकर काम करना होगा। ऐसे समाज में बदलाव लाना होगा, जो भेदभाव करता है। हमारी संस्कृति में महिलाओं के सम्मान की परम्परा रही है। राज्य सरकार ने बेटी बचाओ अभियान, लाड़ली लक्ष्मी योजना और मुख्यमंत्री कन्यादान जैसी योजना शुरू की है। स्थानीय निकाय और शिक्षकों की नियुक्ति में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। शौर्या दल महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूकता लायें। गाँवों को नशामुक्त बनायें और महिलाओं को उनके कल्याण की योजनाओं के प्रति जागरूक करें। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को समृद्ध और विकसित राज्य बनाने में सभी सहयोग करें।

महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष प्रदेश के छह जिलों में शौर्या दलों का गठन किया गया था। इन दलों ने महिलाओं के प्रति भेदभाव को रोकने में प्रभावी काम किया है। अब इन दलों का गठन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। महिलाओं के प्रति अत्याचार की समस्या को लोगों की मानसिकता में परिवर्तन कर दूर किया जा सकता है।

यू.एन. वूमन की डॉ. रेबेका रिचमेन ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिये महत्वपूर्ण कार्य किया गया है। पंचायतों में 15 लाख महिलाओं का चुनाव एक बड़ी सफलता है। प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी, गाँव की बेटी योजना और बेटी बचाओ अभियान जैसे सफल कार्यक्रम चलाये गये हैं। जेण्डर आधारित बजट की पहल करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है।

 अब यू.एन. वूमन, मध्यप्रदेश सरकार के साथ मिलकर इस दिशा में सहयोग करेगी। कार्यक्रम में इंटरनेशनल फेडरेशन फॉर एग्रीकल्चर डेवलपमेंट की कंट्री कोआर्डिनेटर सुश्री मीरा मिश्रा ने कहा कि शौर्या दल लोगों की मानसिकता बदलने के लिये बेहतर काम कर रहे हैं। यू.एन.डी.पी. की डिप्टी कंट्री डायरेक्टर सुश्री अलेक्‍जेन्ड्रा सोलोविवा ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण हाट कार्यक्रम को पिछले वर्ष संयुक्त राष्ट्र का लोक सेवा अवार्ड मिला है। महिला सशक्तिकरण से ही सच्चे अर्थों में आर्थिक विकास हो सकता है। कार्यक्रम को इंटरनेशनल फेडरेशन फॉर एग्रीकल्चर डेवलपमेंट के श्री विन्‍सेंट डरलांग ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव महिला-बाल विकास श्री बी.आर. नायडू ने मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। महिला-बाल विकास आयुक्त श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव ने शौर्या दलों के गठन के बारे में जानकारी दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में शौर्या दलों की प्रशिक्षण मार्गदर्शिका का विमोचन किया। उन्होंने बेहतर काम करने वाले शौर्या दलों के सदस्यों का सम्मान किया। कार्यक्रम में शौर्या दलों पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। साथ ही बाल भवन के कलाकारों द्वारा शौर्या दलों पर आधारित लघु नृत्य नाटिका का प्रस्तुतिकरण भी किया गया। कार्यक्रम में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती ऊषा चतुर्वेदी, विधायक श्री विश्वास सारंग, निदेशक महिला सशक्तिकरण श्रीमती नीलम शमी राव सहित शौर्या दलों के सदस्य उपस्थित थे। आभार प्रदर्शन तेजस्विनी कार्यक्रम की निदेशक सुश्री सीमा ठाकुर ने किया।

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