प्रख्यात बैडमिंटन खिलाड़ी और ओलम्पिक खेलो में कांस्य पदक विजेता सायना नेहवाल ने कहा है कि हरियाणा सरकार द्वारा इसके खिलाडि़यों को दिया गया सहयोग एवं प्रोत्साहन शानदार रहा है और अन्य प्रदेश सरकारों को भी इसी प्रकार अपने खिलाडि़यों को सहयोग देना चाहिये।
सुश्री नेहवाल हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से मिलने के बाद नई दिल्ली स्थित श्री हुड्डा के निवास स्थान पर पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। उनके अलावा कुश्ती में रजत पदक विजेता सुशील कुमार, निशानेबाजी में कांस्य पदक विजेता गगन नारंग और कुश्ती में कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त, एथलीट कृष्णा पूनिया, निशानेबाज अनुराज सिंह, जुडोका गरिमा, मुक्केबाज मनोज कुमार, सुमित सागवान और जयभगवान सहित लंदन ओलम्पिक्स में भाग लेने वाले हरियाणा के अन्य खिलाड़ी भी श्री हुड्डा से मिले और उनके द्वारा दिये गये सहयोग के लिये धन्यवाद किया।
हरियाणा के हिसार शहर में जन्मी सायना नेहवाल ने कहा कि आज देश में सब लोग पुछ रहे है कि हरियाणा की मिट्टी में ऐसा क्या है कि वहा से इतने खिलाड़ी निकल रहे हैं। क्या कारण है कि ओलम्पिक के लिये क्वालिफाई करने वाले देश के कुल 81 खिलाडि़यों में से 18-19 हरियाणा के हैं और उनमे से चार ने ओलम्पिक पदक भी जीते। उन्होंने कहा कि श्री हुड्डा स्वयं एक खिलाड़ी हैं और उन्होंने प्रदेश में खेल की संस्कृति पैदा की है। उन्होंने कहा कि श्री हुड्डा अभी भी नियमित रूप से खेलते हैं इसलिये खिलाडि़यों की जरूरतें और आकाक्षओं को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा और अन्य प्रदेशों के खेल प्रदर्शन में फर्क का एक कारण यहां के खिलाडि़यों के दृष्टिकोण और खाना सट्रोंग होना हो सकता है। हरियाणा के लोग दूध, दही खाते है जिससे खिलाड़ी मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत होते हैं। उन्होंने हंसते हुये कहा कि मुझ से भी पुछा जाता है कि वे इतनी मजबूत कैसे हैं। उन्होंने कहा कि जब भी वे कोई अन्तर्राष्टीय मुकाबला जीतती हैं तो श्री हुड्डा उन्हें जरूर बधाई देते हैं, ऐसी चीजों से खिलाड़ी को मजबूती मिलती है और होसला अफजाई होती है। उन्होंने कहा कि अब तो अन्य प्रदेशों के खिलाड़ी भी कहते हैं कि काश वे भी हरियाणा से होते।
ओलम्पिक खेलों के रजत पदक विजेता सुशील कुमार ने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री हुड्डा व सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा की प्रशंसा करते हुये कहा कि व खिलाडि़यों का इतना मान सम्मान करते हैं जिस के कारण ही इतने ज्यादा पदक हरियाणा के खिलाडि़यों को मिले हैं। हरियाणा के खिलाडि़यों द्वारा प्रतिभा होने के बावजूद पहले पदक न जीतने सम्बन्धी एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि श्री हुड्डा ने बहुत अच्छी योजनाये बनाई हैं और खिलाडि़यों को प्रोत्साहित किया है जबकि इससे पूर्व ऐसा प्रोत्साहन नहीं मिला।
गगन नारंग ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के खिलाडि़यों को दिया जा रहा सहयोग अद्भुत है। अन्य प्रदेश सरकारों को भी हरियाणा से प्रेरणा लेकर नीतियां बनानी चाहिये। यह पूछे जाने पर कि क्या हरियाणा द्वारा अधिक खेल सुविधाये देने से राज्यों में एक होड शुरू हुई है, श्री नारंग ने कहा कि हरियाणा अन्य राज्यों से कही आगे है और अन्य कोई प्रदेश तो आसपास भी नहीं है। उन्होंने कहा कि खिलाडि़यों को प्रोत्साहन हरियाणा की प्रमुख शक्ति है। उन्होंने कहा कि लंदन ओलम्पिक खेलों में खास बात यह रही कि भारत के लिये पहला एवं आखरी पदक भी हरियाणवी खिलाडि़यों ने जीता।
योगेश्वर दत्त ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें बहुत ज्यादा प्रोत्साहन दिया और उनसे उन्हें बहुत प्यार मिला है। उन्होंने कहा कि बीजिग ओलम्पिक खेलों में वे क्वाटर फाईनल में हार कर पदक से दूर रह गये थे लेकिन फिर भी श्री हुड्डा ने उन्हें डीएसपी का पद दिया और 25 लाख रूपये का नकद पुरस्कार भी दिया। इससे उनमें एक बार फिर उत्साह का संचार हुआ और उन्होंने चोट से उबर कर ओलम्पिकके लिये तैयारी शुरू की, उनके पदक में श्री हुड्डा का बहुत ज्यादा योगदान है।
हरियाणा के अग्रोहा गांव में जनमी कृष्णा पुनिया कहा कि हरियाणा में खेल का माहोल पैदा हुआ है जिससे हर कोई खिलाड़ी आक र्षित हो रहा है। उन्होंने कहा कि हर कोई खिलाड़ी यह सोचता है कि काश वे हरियाणा में जन्में होते।